नवोदय के शहरी सीट में ग्रामीण विद्यार्थियों का प्रवेश, ऐसा क्यों ?

एक विद्यार्थी ने पूछा है कि जवाहर नवोदय विद्यालय कक्षा छठवीं प्रवेश परीक्षा में 25% सीटें शहरी बच्चों के लिए है। किंतु इन सीटों पर ग्रामीण बच्चों का सिलेक्शन हुआ है, ऐसा क्यों है?

जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा ग्रामीण/शहरी आरक्षण नियम के अनुसार ग्रामीण/शहरी आरक्षण का अनुपात 75% और 25% है। अर्थात कुल सीटों पर 75% सिट केवल ग्रामीण क्षेत्र स्कूलों में अध्यनरत विद्यार्थियों से भरा जाएगा जबकि 25% सीटों पर शहरी बच्चों को मौका दिया जाएगा।

उपर्युक्त आरक्षण नियम के अनुसार बहुत से लोग यह समझते हैं कि 25% सीट शहरी क्षेत्र में अध्यनरत विद्यार्थियों के लिए आरक्षित है किंतु ऐसा नहीं है। तो कैसा है?

जैसा कि ऊपर बताया गया है की कुल सीटों के 25% सीटों पर शहरी बच्चों को मौका दिया जाएगा। इसका तात्पर्य यह है कि यह 25% सीट शहरी बच्चों के लिए आरक्षित नहीं बल्कि उन्हें इस 25% सीटों पर सिलेक्शन होने का मौका दिया जाता है। जो प्रथम 25% सीटों में ग्रामीण तथा शहरी बच्चों को मिलाकर जो बच्चे इस सीट को क्वालीफाई कर लेता है वह चाहे ग्रामीण हो या शहरी उन्हें इस सीट पर प्रवेश दिया जाता है। मतलब क्या हुआ कि यह 25% सीट अनारक्षित (UR) (अन रिजर्व) सीट है। जो किसी के लिए आरक्षित नहीं है। इस सीट को कोई भी क्वालीफाई कर सकता है।

शेष 75 प्रतिशत सीट केवल ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में अध्यनरत विद्यार्थियों के लिए आरक्षित रखा गया है। इस सीट पर केवल इन विद्यार्थियों को ही प्रवेश दिया जाता है।

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